मजदूर एक ऐसा व्यापक शब्द है जिसके बिना संसार की कल्पना तथा रचना के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता, संसार का लगभग हर व्यक्ति मजदूर है क्यूंकि कोई भी व्यक्ति जो अपनी सेवाओं के बदले धन या लाभ प्राप्त करता है – वो “मजदूर” है। मज़दूर की इसी विशेषता का आदर करते हुए 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर लाभार्थियों द्वारा कविताओं की, पोस्टर बनाने की व मोटिवेशनल मजदूर एक ऐसा व्यापक शब्द है जिसके बिना संसार की कल्पना तथा रचना के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता, संसार का लगभग हर व्यक्ति मजदूर है क्यूंकि कोई भी व्यक्ति जो अपनी सेवाओं के बदले धन या लाभ प्राप्त करता है – वो “मजदूर” है।
मज़दूर की इसी विशेषता का आदर करते हुए 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर लाभार्थियों द्वारा कविताओं की, पोस्टर बनाने की व मोटिवेशनल गीत की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कराया गया था। जिसमें लाभार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी-2 कविताओं से सभी का मन मोह लिया, साथ ही पोस्टर प्रतियोगिता के प्रतिभागियों ने भी सुंदर पोस्टर बनाके सबको आकर्षित किया।
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- श्री उदय भराते, डिप्टी डायरेक्टर, KVIC भी हमारे साथ जुड़े हुए थे । उन्होंने बताया कि एक मई को “महाराष्ट्र दिवस” भी मनाया जाता है, इसलिए उन्होंने इस कार्यक्रम की शुरुआत मज़दूर दिवस और महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए की ।
 
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- श्रीमती अनिंदिता भट्टाचार्य, सिटी मिशन मैनेजर, NULM ने मज़दूरों के लिए सरकार द्वारा 5 हज़ार रूपये की सहायता के बारे में भी विस्तार से बताया तथा कहा कि लेबर कार्ड द्वारा यह सहायता आसानी से प्राप्त की जा सकती है ।
 
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- डॉ. वंदना त्यागी, योग गुरु ने हमें बताया कि कोरोना संकट से लड़ने के लिए हम क्या कर सकते है। उन्होंने सबसे पहले तो यह बताया कि सुबह के समय उठने के पश्चात सूर्य की तरफ मुँह करके प्राणायाम अवश्य करें ।
 
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- श्री अजय शर्मा, को-ऑर्डिनेटर, नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) ने भी इस कार्यक्रम के दौरान सभी को ध्यान से सुना और अपनी बात को रखते हुए उन्होंने सबसे पहले बताया कि हमें हर हाल में कोरोना से जंग जीतना है और आगे बढ़ते रहना है। इसके लिए सभी को वैक्सीन ज़रूर लगवानी है।
 
 
															 
 